'स्ट्रीट आर्ट' कलाकृति का एक रूप है, जिसे किसी समुदाय में उसके आस-पास की इमारतों, सड़कों और अन्य सार्वजनिक रूप से देखी जाने वाली सतहों पर प्रदर्शित किया जाता है। स्ट्रीट पेंटिंग की एक विशिष्टता यह है कि इसमें दिए गये स्थान के वास्तुशिल्प तत्त्वों को चित्र में सामंजस्यपूर्ण रूप से सम्मिलित किया जाता है। हाल के वर्षों में, स्ट्रीट आर्ट ने आम धारणा में एक बड़ा परिवर्तन किया है और यह सार्वजनिक स्थानों को सजाने वाला एक सामाजिक रूप से स्वीकृत और सम्मानित पहलू बन गया है।
प्रयागराज मेला प्राधिकरण द्वारा वृहद्् संख्या में आने वाले तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के आगमन के पूर्व शहर एवं मेला क्षेत्र को सुन्दर बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देशन में स्ट्रीट आर्ट परियोजना का कार्य प्रारम्भ किया जाएगा।
यह अभियान महाकुम्भ मेला 2025 के संपन्न होने के पश्चात् प्रयागराज शहर में एक स्थायी विरासत छोड़ जाएगा और प्रयागराज के विभिन्न स्थलों और स्थानों की सौंदर्यात्मक मूल्य को अत्यधिक बढ़ा देगा।
स्ट्रीट आर्ट परियोजनाएं निम्नलिखित मुख्य बिन्दुओ का समावेश होगा:
- उत्तर प्रदेश और प्रयागराज की सांस्कृतिक विविधता और धरोहर
- महाकुम्भ का धार्मिक, आध्यात्मिक और वैज्ञानिक संदर्भ
- महाकुम्भ की पौराणिक पृष्ठभूमि
- सामाजिक जागरूकता संदेश और सार्वजनिक सेवा संदेश